एलेक्टेड और सेलेक्टेड, अनपढ़ के वोट पर चुने गए, सेलरी चाहिए सी ई ओ जितना
इससे बड़ा दुर्भाग्य हमारे हिंदुस्तान का क्या हो सकता है की अनपढ़ के वोट पे चुने जाने वाले नेता देश की करोडो भूखी नंगी जनता की तो परवाह नहीं करते, लेकिन अपने वि आई पी लेवल को बनाये रखने के लिए वे देश की संसद को ठप्प कर देते है. इन नेताओ को अब सेक्रेट्री से ज्यादा वेतन चाहिए. इन देश के भ्रष्टाचार नेताओ को पता नहीं की ये सेक्रेटरी उनकी तरह न तो अनपढ़ है और न ही अनपढ़ के वोट पर चुन कर आये है. जिस तरह से ८०००० प्रति माह सलारी के लिए ये नेता संसद में लड़ रहे है, शायद ही जनता की किसी समस्याओ पर ये संसद में लड़े हो.
इन सांसदों की प्रति माह का अगर कुल खर्च पकड़ा जाये तो ३ लाख रूपये से ऊपर होता है जी किसी कॉर्पोरेट की सलारी से कम नहीं है. पर अब बढ़ने के बाद ये खर्च प्रति माह ६ लाख रूपये हो जायेगा. सलारी बढ़ने से पहले देश के सभी सांसदों के ५ साल में कुल खर्च ८५५ करोड़ होते थे जो अब १६०० करोड़ हो जायेंगे और इतनी उच्च सेलरी के लिए किसी योग्यता की भी जरुरत नहीं है. बस देश की जनता को ठगने, झूठ , भ्रष्टाचार करने और देश का जातिवाद और प्रांतवाद में बटने की योग्यता होनी चाहिए. इन सांसदों से कोई पूछे की ये अपने एरिया में घुमने के लिए जो पैसा लेते है, वो कितने दिनों आपकी एरिया में आये है. लेकिन इनको सलारी चाहिए बाबुओ से ज्यादा.
इससे बड़ा दुर्भाग्य हमारे हिंदुस्तान का क्या हो सकता है की अनपढ़ के वोट पे चुने जाने वाले नेता देश की करोडो भूखी नंगी जनता की तो परवाह नहीं करते, लेकिन अपने वि आई पी लेवल को बनाये रखने के लिए वे देश की संसद को ठप्प कर देते है. इन नेताओ को अब सेक्रेट्री से ज्यादा वेतन चाहिए. इन देश के भ्रष्टाचार नेताओ को पता नहीं की ये सेक्रेटरी उनकी तरह न तो अनपढ़ है और न ही अनपढ़ के वोट पर चुन कर आये है. जिस तरह से ८०००० प्रति माह सलारी के लिए ये नेता संसद में लड़ रहे है, शायद ही जनता की किसी समस्याओ पर ये संसद में लड़े हो.
इन सांसदों की प्रति माह का अगर कुल खर्च पकड़ा जाये तो ३ लाख रूपये से ऊपर होता है जी किसी कॉर्पोरेट की सलारी से कम नहीं है. पर अब बढ़ने के बाद ये खर्च प्रति माह ६ लाख रूपये हो जायेगा. सलारी बढ़ने से पहले देश के सभी सांसदों के ५ साल में कुल खर्च ८५५ करोड़ होते थे जो अब १६०० करोड़ हो जायेंगे और इतनी उच्च सेलरी के लिए किसी योग्यता की भी जरुरत नहीं है. बस देश की जनता को ठगने, झूठ , भ्रष्टाचार करने और देश का जातिवाद और प्रांतवाद में बटने की योग्यता होनी चाहिए. इन सांसदों से कोई पूछे की ये अपने एरिया में घुमने के लिए जो पैसा लेते है, वो कितने दिनों आपकी एरिया में आये है. लेकिन इनको सलारी चाहिए बाबुओ से ज्यादा.
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